BLR Airport की ओर से व्यावहारिक हाइपरलूप कॉरिडोर का अध्ययन करने के लिए MoU
BIAL का लक्ष्य, BLR Airport को ट्रांसपोर्टेशन हब बनाने का है
हाइपरलूप, BLR Airport को लगभग 10 मिनटों में शहर के केंद्र से कनेक्ट कर सकता है
बंगलुरु, भारत, Sept. 28, 2020 (GLOBE NEWSWIRE) -- हाइपरलूप तकनीक में श्रेणी की प्रमुख कंपनी Virgin Hyperloop और पुरस्कार विजेता Kempegowda International Airport, Bengaluru (KIAB/ BLR Airport) के संचालक Bangalore International Airport Limited (BIAL) ने BLR Airport की ओर से प्रस्तावित हाइपरलूप कॉरिडोर के लिए व्यावहार्यता अध्ययन संचालित करने के लिए अपनी तरह के पहले समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.
Virgin Hyperloop और DP World के अध्यक्ष Sultan bin Sulayem और मुख्य सचिव, कर्नाटक सरकार और BIAL के निदेशक मंडल के अध्यक्ष IAS, Mr. T.M. Vijay Bhaskar, के बीच MoU का आदान-प्रदान अधोसंरचना विकास विभाग, कर्नाटक सरकार के मुख्य सचिव IAS, Mr. Kapil Mohan की उपस्थिति में वर्चुअल रूप से हुआ.
“उन तरीकों का पता लगाने के लिए, जिनमें हाइपरलूप, संकुलन से निपटने और बंगलुरु की आर्थिक वृद्धि में सहायता करने के समाधान के भाग के रूप में समाधान का हिस्सा बन सकता है, हम Bangalore International Airport Limited के साथ भागीदारी करके गौरवान्वित हैं,” Virgin Hyperloop के अध्यक्ष और DP World के समूह अध्यक्ष व CEO Sultan bin Sulayem ने कहा. “महज़ यात्रियों की आवाजाही से आगे, एयरपोर्ट सामान ले जाने का, खासतौर से समय-के हिसाब से संवेदनशील सामान की डिलीवरी का अहम माध्यम है. हाइपरलूप से जुड़े एयरपोर्ट से कार्गो की डिलीवरी में काफ़ी सुधार होगा और इससे बेहद कार्यकुशल आपूर्ति श्रृंखला बनेगी.”
BIAL का उद्देश्य BLR Airport को ऐसा ट्रांसपोर्टेशन हब बनाने का है, जो लोगों और स्थानों को परिवहन के विभिन्न माध्यमों के ज़रिए एक साथ लाता है. इसके अच्छी तरह स्थापित रोड नेटवर्क के अलावा BLR Airport कुछ ही हफ़्तों में उप-शहरी रेलवे से कनेक्ट हो जाएगा और चार वर्षों में इसमें मेट्रो कनेक्टिविटी की सुविधा उपलब्ध होगी.
"कर्नाटक सरकार ने राज्य की परिवहन अधोसंरचना को विकसित करने के लिए कई उपाय किए हैं. BLR Airport से हाइपरलूप कनेक्टिविटी के लिए व्यावहार्यता अध्ययन की स्थापना भविष्य में मोबिलिटी तय करने के लिए ज़रूरी अधोसंरचना बनाने की दिशा में दूसरा कदम है, जिससे लोगों की आसान आवाजाही शुरू होगी," मुख्य सचिव, कर्नाटक सरकार और BIAL के निदेशक मंडल के अध्यक्ष Mr. TM Vijay Bhaskar ने कहा.
पूर्व-व्यावहार्यता अध्ययन, जिसमें तकनीकी, आर्थिक और मार्ग संबंधी व्यावहार्यता पर ध्यान केंद्रित किया गया है, 6-6 माह के 2 चरणों में पूरे होने की उम्मीद है. शुरुआती विश्लेषण के अनुसार हाइपरलूप 1,080 kmph (किमीप्रघं) की अधिकतम रफ़्तार के साथ 10 मिनट से भी कम समय में BLR Airport से लेकर शहर के केंद्र तक हर घंटे हज़ारों यात्रियों का परिवहन कर सकेगा.
“चूंकि भारत तकनीक और अभिनव कार्यों का हब है, इसलिए कर्नाटक इसके साथ कदमताल बनाए रखने, स्वच्छ प्रगति में सहायता करने और शहर के लिए नए अवसर उपलब्ध करवाने के तरीके के रूप में हाइपरलूप को अपना रहा है,” Virgin Hyperloop के अध्यक्ष Mr. Jay Walder ने कहा. “हाइपरलूप-सक्षम सुविधा वाली दुनिया में न सिर्फ़ तेज़ गति से सफ़र किया जा सकता है, बल्कि इससे यात्रियों के लिए 21वीं सदी का अनुभव पैदा किया जा सकता है और एयरपोर्ट की क्षमता बढ़ाई जा सकती है.”
“BIAL में, हमारा मकसद BLR Airport को ट्रांसपोर्टेशन हब के रूप में बदल कर भारत का नया गेट-वे बनाने का है. हम यह महत्वपूर्ण कदम उठाने के लिए रोमांचित है जिससे कर्नाटक राज्य और इस क्षेत्र की आर्थिक प्रगति को रफ़्तार मिल सकती है. तकनीकी उन्नति, विश्व-स्तरीय ट्रांसपोर्टेशन हब बनाने और बनाए रखने की कुंजी है और यह अध्ययन इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. परिवहन का यह मोड यात्रियों को बिना किसी उत्सर्जन के अभूतपूर्व गति से कनेक्ट करके व्यापक आर्थिक क्षमता ऑफ़र करता है,” BIAL के , MD और CEO Mr. Hari Marar कहते हैं.
यात्री अपने हाइपरलूप के लिए और साथ ही केंद्रीय रूप से मौजूद पोर्टल पर हवाई यात्रा दोनों के लिए अपनी मल्टीमॉडल ट्रिप को आसान चेक-इन और सुरक्षा के साथ व्यवस्थित बना सकते हैं.
Virgin Hyperloop का परिचय
Virgin Hyperloop दुनिया की ऐसी एकमात्र कंपनी है, जिसने 100 से भी अधिक वर्षों में सामूहिक परिवहन के नए तरीके की शुरुआत करके व्यापक स्तर पर हाइपरलूप तकनीक का परीक्षण किया है. मौजूदा तरीकों की तुलना में ज़्यादा तेज़, सुरक्षित और ज़्यादा संवहनीय तरीके 'हाइपरलूप' से लाखों नए रोज़गार पैदा होंगे जिनसे ‘भारत में निर्मित’ करने वाले उद्योगों को सहायता मिलेगी, विश्व भर से निवेश आकर्षित होगा और जानकारी और शोध के केंद्र के रूप में देश का भविष्य ठोस बनेगा. इंट्रा-सिटी और इंट्रा-स्टेट कनेक्टिविटी में व्यापक बदलाव करने के अलावा, Virgin Hyperloop का लक्ष्य हाइपर-कनेक्टेड भारत बनाने का है.
कंपनी महाराष्ट्र में हाइपरलूप प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, जो मध्य-पुणे को मुंबई से सड़क के ज़रिए तय होने वाली मौजूदा 3.5 घंटों से ज़्यादा दूरी को 25 मिनट में लिंक करेगी. प्रोजेक्ट से – जो कि महाराष्ट्र में सबसे बड़ा अधोसंरचना निवेश होगा, 1.8 मिलियन प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गारों का सृजन होगा और $36 बिलियन USD के सामाजिक आर्थिक लाभ पैदा होंगे – इसे मूल प्रोजेक्ट प्रस्तावकर्ता (OPP) के रूप में Virgin Hyperloop-DP World (VH-DPW) Consortium के साथ, महाराष्ट्र सरकार का सार्वजनिक अधोसंरचना प्रोजेक्ट माना गया है. आपको Virgin Hyperloop की तकनीक, दृष्टिकोण और मौजूदा प्रोजेक्ट की जानकारी यहां मिल सकती है.
Bangalore International Airport Limited का परिचय
Bangalore International Airport Limited (BIAL), 30 वर्षों की रियायती अवधि के लिए Greenfield Kempegowda International Airport, बंगलुरु (BLR Airport) के निर्माण, उसके स्वामित्व और संचालन के लिए कंपनी अधिनियम के तहत निर्मित पब्लिक लिमिटेड कंपनी है. BLR Airport, भारत का पहला ग्रीनफ़ील्ड एयरपोर्ट है जिसे प्राइवेट-पब्लिक साझेदारी के तौर पर बनाया जाएगा. BIAL में निजी प्रवर्तकों के पास 74% (Fairfax 54% और Siemens Projects Ventures के पास 20%) हिताधिकार है, जबकि सरकार के पास बाकी 26% (Karnataka State Industrial & Infrastructure Development Corporation Limited – 13%, Airport Authority of India – 13%) हिताधिकार है.
एयरपोर्ट ने अपने ऑपरेशन की शुरुआत मई 2008 में की और यह – बंगलुरु से शेष दुनिया से जोड़ने वाली 37 से भी ज़्यादा यात्री एयरलाइन्स और 14 कार्गो एयरलाइन्स के साथ व्यापक वायु-मार्ग नेटवर्क उपलब्ध करवाकर इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था के संचालन में अहम भूमिका निभाता है. यह वर्तमान में दक्षिण भारत का सबसे व्यस्त और देश का तीसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट है, जिसने CY 2019 में 33.65 मिलियन से भी ज़्यादा यात्रियों का स्वागत किया है. BLR Airport को 11 वर्षों में पांचवीं बार 2020 SKYTRAX 'वर्ल्ड एयरपोर्ट अवार्ड्स’ में भारत और मध्य एशिया के सर्वोत्तम क्षेत्रीय एयरपोर्ट का पुरस्कार प्राप्त हुआ है. 2018 में, BLR Airport आगमन और प्रस्थान दोनों के लिए ACI-ASQ पुरस्कार जीतने वाला दुनिया का पहला एयरपोर्ट बना और 2019 में यह पुरस्कार बनाए रखा. और जानकारी के लिए www.bengaluruairport.com पर लॉग ऑन करें